तीनों किसान-विरोधी कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन सात महीने से लगातार जारी है। 6 जुलाई, 2021 को पकौड़ा चौक और टिकरी बॉर्डर पर भीषण गर्मी में भी किसान, महिलायें, नौजवान और बच्चे अपने पूरे जोर-शोर के साथ इस आंदोलन में शामिल थे। टिकरी और पकोड़ा चौक पर चल रहे दोनों प्रदर्शनों में महिलायें बढ़चढकर हिस्सा ले रही हैं।
बहादुरगढ़ के पकौड़ा चैक पर पहले की तरह ही जोरदार भाषण और जोशीले क्रांतिकारी गीत गाए जा रहे है। सबका मनोबल सात महीने पहले की तरह ही बुलंद है। टिकरी बॉर्डर पर भी कार्यक्रम जोर शोर से चल रहा है।
इन दोनों जगहों पर चल रहे भाषणों और क्रांतिकारी गीतों के माध्यम से सरकार और पूंजीपतियों का पर्दाफाश किया जा रहा है।
चिलचिलाती धूप और 45 डिग्री तापमान भी किसानों के हौंसले को नहीं डिगा पाये हैं।
आज से सात महीने पहले किसान तीन किसान-विरोधी कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर आये थे। और आज भी किसान भाइयों का कहना है कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं किए जाते तब तक हमारा यह प्रदर्शन और विरोध चलता रहेगा।