हमारे देश की चरमरा चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था और सरकारों के झूठे दावे आज अपने लोगों को इलाज के लिए दर-दर भटकने को मजबूर कर दिया है।
बहुत ही बीमार लोगों को ऑक्सीजन ना मिलने, अस्पताल में बेड ना मिलने से लोग तड़प तड़प के मर रहे हैं।
अपने मरीजों को बचाने के लिए उनके रिश्तेदार दर-दर भटक रहे हैं।
डॉक्टरों की लिखी दवाइयां बाजारों में नहीं मिल रही है बल्कि कालाबाजारी उन दवाइयों पर खुलेआम की जा रही है।
कई लोग अपने मरीजों को अस्पताल में भर्ती ना करा पाने, उन्हें ऑक्सीजन ना दिला पाने से हताश होकर हस्पताल गेटों पर ही दम तोड़ रहे हैं।
लोगों को अंतिम संस्कार के लिए लकड़िया भी नहीं मिल रही है।
लेकिन दूसरी तरफ हमारे हुक्मरान दुनिया का विश्व गुरु बनने का दावा करते हैं। लेकिन आज सच्चाई हमारे सामने है वह चुनाव, मूर्तियां, मंदिर और अपने लिए संसद भवन बनाने में मस्त हैं।
सत्ता में काबिज राजनीतिक पार्टियां इस कोरोनावायरस के इलाज और स्वास्थ्य व्यवस्था को सही करने के बजाए आपसी आरोप-प्रत्यारोप जड़ रही हैं।
हमारा आज का अनुभव दिखाता है इस सत्ता में बैठी राजनीतिक पार्टियां खुदगर्ज और अपने लिए सत्ता हासिल करने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। उनको लोगों की जान की कोई परवाह नहीं है।
लोकेश कुमार
लोक राज संगठन
दिल्ली