हनुमानगढ़ जिले के नोहर तहसील के किसान बहुत आक्रोशित हैं क्योंकि अधिकतर किसानों को खरीफ-2019 की फसल के नुकसान का बीमा मुआवज़ा नहीं मिला है। नाराज़ किसानों व ग्रामीणों ने 15 जून को लोक राज संगठन के बैनर तले रामगढ़ उप-तहसील पर प्रदर्शन किया और बीमा कंपनी व राज्य सरकार के खि़लाफ़ नारे लगाये। प्रदर्शनकारियों ने नायब तहसीलदार को एस.डी.एम. के नाम ज्ञापन सौंपा और मांग की कि किसानों का बकाया बीमा मुआवज़ा तुरंत दिलाया जाये।
मजदूर एकता लहर ने मई के महीने में भी रिपोर्ट किया था कि इस इलाके के किसान अपनी फसल के बीमा का मुआवज़ा न मिलने के कारण संघर्ष कर रहे हैं। अब तक उन्होंने दो बार अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा हैं और तहसील पर प्रदर्शन आयोजित किये हैं।
किसानों ने चेतावनी दी कि यदि बीमा मुआवजे़ का फ़ौरन भुगतान नहीं किया गया तो सभी किसान लामबंध होकर 30 जून को उप-तहसील कार्यालय पर धरना शुरू करेंगे।
किसानों का कहना है कि बीमा कंपनी, एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया, किसानों को फसल बीमा के मुआवज़े का भुगतान नहीं कर रही हैए जबकि किसानों ने बीमा कंपनी को फ़सल बीमा के तहत तय की गई प्रीमियम का भुगतान समय पर कर दिया है। सरकार के कृषि विभाग ने किसानों की फ़सलों का मुआयना करके फ़सलों को हुये नुकसान को भी निर्धारित कर दिया है।
विदित हो कि इस इलाके के किसानों को कम वर्षा, अधिक तापमान और चक्रवाती प्राकृतिक प्रकोप के कारण काफी नुकसान झेलना पड़ा है। इसकी वजह से खरीफ की फ़सल को भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई के लिये किसानों ने बीमा कंपनी से मुआवजे की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल थे – लोक राज संगठन के सर्व हिन्द उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद शर्मा, कृष्ण नोखवाल, पालाराम भांभू, मनीराम लकेसर, नरेश सांगर, बनवारी भांभू, ओम सागर, रोबिन नागर, शोकिन खान, रोहतास थोरी, देवीलाल, मिठूलाल सोखल, ताराचंद स्वामी और रामसिंह सोखल, आदि।