निवासियों ने उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मण्डल के प्रबंधक के नाम ज्ञापन सौंपा
लोक राज संगठन के सर्व हिन्द उपाध्यक्ष श्री हनुमान प्रसाद शर्मा की अगुवाई में 13 मार्च, 2020 राजस्थान के हनुमानगढ़ की नोहर तहसील के श्री रामगढ़ रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया गया। फिर सादुलपुर-हनुमानगढ़ पेसेन्जर गाड़ी के गार्ड के माध्यम से उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मण्डल प्रबंधक के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
विदित रहे कि इस इलाके के लोग पिछले कई वर्षों से श्री रामगढ़ स्टेशन पर ढांचागत सुविधाओं में सुधार की मांग करते आये हैं। इस संदर्भ में उन्होंने कई बार अधिकारियों के समक्ष अपनी मांगों को उठाया है।
ज्ञापन में बताया गया है कि हनुमानगढ़-सादुलपुर रेल खण्ड के श्री रामगढ़ स्टेशन से आधा दर्जन यात्री गाड़ियां गुजरती हैं जिनसे सैकड़ों यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं। लेकिन प्लेटफॉर्म का लेवल काफी नीचे होने के कारण अन्य यात्रियों सहित खासकर महिलाओं य बुर्जुगों को गाड़ी में चढ़ने व उतरने में भारी परेशानी होती है। इसलिये मांग की गई कि श्री रामगढ़ स्टेशन के प्लेटफॉर्म को ऊचां बनाने का कार्य जल्दी से शुरू करवाया जाये।
ज्ञापन में आगे कहा गया है कि रामगढ़ स्टेशन आबादी से विपरीत में स्थित है जिससे यात्रियों को रेल लाईन को पार करके स्टेशन पर आना पड़ता है। जिससे दुर्घटना का ख़तरा बना रहता है। जबकि रेलवे इस प्रकार के सभी स्टेशनों के लिये पटरियों को पार करने का पुल स्वीकृत करता है। अतः श्री रामगढ़ रेलवे स्टेशन पर भी पटरियों को पार करने का पुल स्वीकृत किया जाये। स्टेशन पर इसके निर्माण की प्रकिया को जल्द से जल्द शुरू करवाया जाये।
यात्री प्रतीक्षा हॉल के निर्माण को स्वीकृत करके जल्द से जल्द इसका निर्माण करवाया जाये तथा स्टेशन पर प्लेटफॉर्म के बची नई टिकट विन्डो बनाई जाये।
इस स्टेशन को हाल्ट की श्रेणी में रखा गया है। यह मांग है कि इसे हाल्ट के श्रेणी से हटाकर स्थाई स्टेशन बनाया जाये और श्रीगंगानगर-तिलकब्रिज-श्रीगंगानगर पैसेन्जर गाड़ी का ठहराव सुनिश्चित करवाया जाये।
संगठन के सदस्यों ने उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मण्डल प्रबंधक को चेतावनी दी है कि यदि श्री रामगढ़ स्टेशन से संबंधित उनकी मांगों को 31 मार्च, 2020 पूरा नहीं किया गया तो क्षेत्र के लोग रेल रोककर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। जिसकी समस्त ज़िम्मेदारी रेलवे विभाग की होगी।
ज्ञापन देने के वालों में शामिल थे – हनुमान प्रसाद शर्मा, ओम प्रकाश सहू (उज्ज्लवास), कृष्ण नोखवाल, पालाराम भांभू, मनीराम लकेसर, राकेश सिंगाठिया, ताराचंद स्वामी, बंशीलाल सिंगाठिया, महावीर स्वाईच, शोकिन खान, करनेल स्वाईच, जगदीश लकेसर, शकूर खान, मदन शर्मा, निबल सिंह, नरेश सांगर स्टूडियो, श्योराम नैंण, राम सिंह (ढीलकी), जितेश सहारण, राजेश खाती।