लोक राज संगठन की महाराष्ट्र कौंसिल का बयान, जुलाई 2018
नागरिकों ,
हर साल बारिश में हम नागरिकों की दुर्गति होती है | लेकिन इस साल बारिश में हम सब को और भी ज्यादा भुगतना पड़ा | प्रशासन और चुने हुए लोकप्रतिनिधियों का पाप का घड़ा भर गया है | सड़कों की इतनी बुरी हालत की वजह से सिर्फ कल्याण – डोम्बिवली परिसर में न जाने कितने नागरिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा और न जाने कितने लोग जख्मी हुए | इसके अलावा न जाने कितने लोगों को हमेशा पीठ का दर्द बना रहता है | यही हालत सभी प्रमुख शहरों के सड़को की है |
सवाल यह है कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है ? वो ख़राब सड़कें या वो मूसलाधार होनेवाली बारिश ? प्रशासन कहता है कि “क्या करें बारिश ही इतनी ज्यादा हो रही है !”, कोई कहता है कि ” ठेकेदार ने ही ठीक से काम नहीं किया !” लेकिन नागरिकों , जरा सोचिये , हम लोगों की हमारे काम की जगह पर अगर हमारे हाथों कोई छोटी सी भी गलती अनजाने में हो जाती है तो , तो हमें कितनी बड़ी सजा मिलती है | हमें नौकरी से भी निकाला जाता है | और तब हम यह नहीं बता सकते कि ” बारिश बहुत हो रही थी ! ” लेकिन प्रशासनकर्ता इतने बेशरम हैं , कि संबधित राज्यों के मंत्रियो ने पत्रकारों को बताया कि ” क्या करेंगे ? लाखों लोग इन सड़को का इस्तेमाल करते हैं ! वे सभी तो नहीं मरे “|
नगरसेवक से सांसद तक चुने गए लोकप्रतिनिधियो के बारे में क्या कहा जाये | वे सभी समस्याओं के लिए सत्ताधारी अथवा विरोधी पक्ष पर इल्जाम लगाते हैं | ऐसे इल्जाम दूसरों पर लगाने के लिए मानों, वे घटनाओं के घटने का इंतजार करते हैं | सड़क ,फुटपाथ , पुल का उदघाटन करके रिबिन काटने का श्रेय लेने के लिए वे एक पैर पर तैयार रहते हैं |लेकिन उन्ही सड़को की या पुलों की अगर दुर्दशा हुई तो अपने कानों पर हाथ रखते हैं |
नागरिकों ,
हम यह सब नहीं स्वीकार कर सकते | प्रशासन के अधिकारी और सभी स्तरों पर चुने गए प्रतिनिधियों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलानी होगी कि हमारी सुख- सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी ही है | और इसमें वे अगर फेल हुए , तो उन्हें उसका जबाब देना पड़ेगा |वे इसके लिए बारिश अथवा ठेकेदार या फिर अन्य पर जिम्मेदारी नहीं ढकेल सकते | वे यदि अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सकते तो अपना पद त्याग दें, हमें यह उन्हें कहना होगा | यह बात हमें उनको बताना चाहिए कि लोगों का लोगों द्वारा लोगों के लिए चलाया गया राज्य का यही अर्थ होता है | श्रेय लेने के लिए नेता और दुःख भुगतने के लिए आम जनता ऐसा अर्थ नहीं होता है, यह हमें प्रस्थापित करना चाहिए |
चलो एकजुट होकर यह मांग करें—
– कल्याण – डोम्बिवली महानगर प्रशासन, व संबंधित लोकप्रतिनिधि पर पांच निरपराध लोगो के इसप्रकार की मृत्यु की जिम्मेदारी निश्चित करके जल्द से जल्द कड़क करवाई करने के आदेश दो |
– सड़को पर गड्ढों की वजह से जान गवानेवालों के परिवार को योग्य मुआवज़ा तुरंत मिलना चाहिए !
– उसी प्रकार सड़को की तुरंत मरम्मत करने के आदेश दें, जिससे इसके बाद इस प्रकार लोगों की बलि नहीं दी जाएगी |