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२७ अक्टूबर २०१७ को मुंबई में एक ऐतिहासिक मीटिंग हुई. इस मीटिंग में रेल मजदूरों के कई यूनियन और रेल यात्रियों के कई संगठन एक साथ आये और रेल यात्रियों और रेल मजदूरों की सुरक्षा के प्रति रेल प्रशासन और रेल मंत्रालय के उदासीनता की जमकर निंदा की.

Meeting poster
A view of the meeting

लोक राज संगठन द्वारा व मज़दूर एकता चलवल तथा आल इंडिया गार्ड्स कौंसिल के साथ मिलकर ली गयी इस पहल को रेल यात्रियों और रेल मजदूरों के संगठनों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली. इसका नतीजा यह हुआ कि आल इंडिया गार्ड्स कौंसिल (एआईजीसी), आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (एआईएलआरएसए), आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन (एआईएसएम्ए), आल इंडिया रेलवे ट्रैक मैंटेनर्स यूनियन, आल इंडिया टिकेट चेकिंग स्टाफ आर्गेनाईजेशन, आल इंडिया ट्रैफिक कंट्रोलर्स एसोसिएशन, आल इंडिया रेलवे एम्प्लाइज यूनियन, लोक राज संगठन (एलआरएस), कामगार एकता कमिटी (केईसी), स्पार्क वोइस ऑफ़ यूथ, पुरोगामी महिला संगठन, महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ़ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एम्एआरडी मार्ड), एयर इंडिया सर्विस इंजिनियर्स एसोसिएशन, लड़ाकू मजदूर यूनियन, नेशनल फेडरेशन ऑफ़ पोस्टल एम्प्लाइज, हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी, मुंबई सबअर्बन रेलवे पैसेंजर एसोसिएशन, ठाणे रेलवे प्रवासी संगठन, आल इंडिया रेल यात्री परिषद, मध्य नागरी रेलवे प्रवासी संघ, तेजस्विनी महिला प्रवासी संगठन, मुंबई रेल प्रवासी संघ, कल्याणकसारा पैसेंजर वेलफेयर एसोसिएशन, रेलवे पैसेंजर जनहित संघर्ष मंच टिटवाला, आधुनिक भारत परिवार और अन्य संगठनों ने मिलकर “बढती रेल दुर्घटना कारण और उपाय” इस विषय पर एक सभा का आयोजन किया.

इस मीटिंग में निम्नलिखित प्रस्ताव एकमत के साथ पारित किये गए:

“२७ अक्टूबर २०१७ को मुंबई के धीरू हॉल में रेल मजदूर यूनियन और रेल यात्रियों के एसोसिएशनों द्वारा आयोजित यह सभा ऐलान करती है कि रेल में सुरक्षित और आरामदेह सफ़र करना सभी हिन्दोस्तानी नागरिकों का अधिकार है और ऐसी सेवाएँ प्रदान करना हिन्दोस्तानी सरकार की जिम्मेदारी है.

“यह सभा रेल प्रशासन और केंद्र सरकार को आवाहन करती है कि

  • रेलवे के लिए बजट की घोषणा करते समय यात्रियों की सुरक्षा को सबसे अधिक प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
  • रेल के यात्रियों और मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से संपूर्ण रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराये जाने चाहिए
  • रेल में तमाम तरह के कार्यों के लिए कॉन्ट्रैक्ट मजदूरी की व्यवस्था को बंद किया जाना चाहिए

  • रेल मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी रिक्त स्थानों पर स्थायी तौर पर महिला और पुरुष मजदूर की भर्ती की जानी चाहिए

“सभा यह फैसला करती है कि हर एक रेल दुर्घटना के मामले में रेलवे अधिकारियों और रेल मंत्री की पूरी जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए हम जरूरी तंत्र कायम करेंगे

“यह सभा यह भी फैसला करती है कि यात्रियों और रेल मजदूर के लिए के लिए आरामदेह और सुरक्षित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए हम सब रेल मजदूर यूनियन, रेल पैसेंजर एसोसिएशन और तमाम जन संगठन एकजुट होकर काम करेंगे.”

By admin