0160124-khadar_mtg_033.jpg

0160124-khadar_mtg_033.jpgपूर्वी दिल्ली में स्थित मदनपुर खादर पुनर्वास कालोनी में लोक राज समिति का चुनाव करने के लिये 24 जनवरी, 2016 को एक जन सभा की गई। इस सभा में लोक राज संगठन की दिल्ली परिषद के सदस्यों सहित, उस कालोनी के लोगों – नौजवान लड़कियों और लड़कों, महिलाओं और पुरुषों तथा पूर्व समिति के सदस्यों ने हिस्सा लिया। सभा में नई समिति का चुनाव किया गया जिसमें 18 सदस्यों को चुना गया।

लोक राज समिति में शामिल होकर लोगों की समस्याओं को हल करने में सक्रियता से संघर्ष करने के लिये वहां के लोगों में बहुत जोश था। लोक राज समिति के इस चुनाव में अनेक स्थानीय मजदूरों, महिलाओं, नौजवानों और कालेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने अपने नाम प्रस्तावित किये और वे चुने गये।

इस सभा का संचालन लोक राज समिति के नौजवान कार्यकर्ता इखलाक़ ने किया। सभा की शुरुआत एक प्रगतिशील गीत ‘इसलिये राह संघर्ष की हम चुनें, जिन्दगी आंसुओं में नहाई न हो…’ से हुई, जिसे सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम सिंह चैहान ने पेश किया।

कामरेड सन्तोष ने लोक राज समिति के काम की पिछले एक साल की रिपोर्ट पेश की। उन्होंने बताया कि 5 जून, 2015 को खादर की समस्याओं को लेकर दिल्ली सरकार को एक ज्ञापन दिया गया था, जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (डिस्पेंसरी), स्कूलों में अध्यापकों की नियुक्ति, लोगों के लिये दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) द्वारा बस सेवा को सुचारू करने, शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था करने, पीने योग्य पानी के लिये घर-घर सप्लाई देने, सीवर लाईन बिछाने, आदि की मांग की गई थी। लोक राज समिति की अगुवाई में पुनर्वास कालोनी मदनपुर खादर के निवासियों ने अपने उपरोक्त अधिकारों के लिये संघर्ष को जोर-शोर से आगे बढ़ाया है।

उन्होंने बताया कि लोक राज समिति सहित अन्य संगठनों तथा लोगों के संघर्ष के कारण सरकार को इस इलाके में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (डिस्पेंसरी) खोलना पड़ा, सड़कों की मरम्मत करनी पड़ी, नये स्कूल का निर्माण करना पड़ा है। कुछ डीटीसी की बसें भी चलाई जा रही हैं। यह लोक राज समिति की अगुवाई में लोगों के संघर्ष की जीत है। इसे देखकर यह बात सिद्ध होती है कि जब हम एकजुट होकर संघर्ष करते हैं तो जीत भी मिलती है।

उन्होंने कहा कि हमें इस बात से बहुत खुश नहीं होना चाहिये कि हमारी मांगें पूरी हो गई हैं बल्कि अभी हमें अपने संघर्ष को और आगे ले जाना है। जो मांगें अभी पूरी नहीं हुई हैं, जैसे की घर-घर पीने के पानी की व्यवस्था, स्कूलों में पर्याप्त शिक्षकों की नियुक्ति करवाना तथा अन्य बाकी मांगों के लिये संघर्ष को तेज़ करना है। इसके लिये हमें प्रदर्शन भी करना पड़े तो हम पीछे नहीं हटेंगे।

0160124-khadar_mtg_023.jpgसभा में उन्होंने लोक राज समिति की ओर से एक मांगपत्र पेश किया जिसमें यह मांग की गई कि 1. घर-घर पीने के पानी के लिये जल बोर्ड द्वारा कनेक्शन दिये जायें; 2. सभी घरों के लिये सीवर लाईन बिछाई जाये। इस मांगपत्र का सभी लोगों ने हाथ उठाकर समर्थन किया।

पुरोगामी महिला संगठन की ओर से सभा को संबोधित करते हुये रेणू ने कहा कि हम कई संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर, दिल्ली के मुख्यमंत्री से मिले थे और हमने यहां की सभी समस्याओं को हल करने की मांग की थी। हमने उनको बताया था कि यहां स्कूलों की हालत बहुत खराब है, एक-एक अध्यापक को 100 बच्चों को पढ़ाना पड़ता है। स्कूलों में पीने का पानी नहीं है, बच्चों के लिये शौच व्यवस्था नहीं है।

उन्होंने कहा कि लोक राज समिति और लोगों के संघर्ष की वजह से कुछ काम हुए हैं। इस संघर्ष को और तेज़ करना है।

स्थानीय निवासी राम प्रसाद ने दिल्ली जल बोर्ड का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि जो पानी टैंकरों से आता है वह पानी पीने योग्य नहीं होता है, क्योंकि टैंकरों की सफाई ठीक से नहीं की जाती है। इन टैंकरों के ठेके स्थानीय विधायक और राजनीतिक पार्टियों के सदस्यों के रिश्तेदारों या उनके अपने लोगों को मिले हुये हैं। यहां पर जो पानी पीने के लिये पानी माफिया द्वारा बेचा जाता है, उसे जल बोर्ड और दिल्ली पुलिस की मिली-भगत के साथ किया जाता है। उस पानी की शुद्धता की कोई गारंटी नहीं होती है। पिछले 16 सालों से यहां चुनावों के समय पार्टियां आती रही हैं और जाती रही हैं, लेकिन लोगों को पीने का पानी नहीं मिला है। सभा को संबोधित करने वालों में अन्य लोग शामिल थे – समाजिक कार्यकर्ता नीभा, लोक राज समिति (संजय कालोनी) से लोकेश कुमार और स्थानीय कार्यकर्ता राजकपूर।

लोक राज समिति ने मदनपुर खादर पुनर्वास कालोनी में लोगों के अधिकारों के लिये काम करने वाले अन्य संगठनों से आह्वान किया कि वे भी इन मांगों को जोर-शोर से उठायें।

अंत में लोक राज समिति ने सभी निवासियों से आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों के लिये चलाये जा रहे इस संघर्ष को और तेज़ करें। 

By admin