संगम विहार में 3 फरवरी, 2013 को ”पड़ोस व मुहल्लों में समितियां विकसित करो, महिलाओं व लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करो“ मुद्दें पर नौजवानों ने एक जन सभा आयोजित की।
जन सभा से पहले एक प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमें नौजवानों और बच्चों ने बढ़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में निबंध का विषय था, लड़का-लड़की में अंतर, क्या भारत एक लोकतांत्रिक देश है, अपने आस-पड़ोस की समस्या व चित्रकला के लिये बाजार, पार्क आदि का दृश्य पर था।
सभा में सभी नौजवानों ने अपने देश व मोहल्लों की समस्याओं पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। जन सभा में सभी युवक और युवतियों तथा बच्चों ने इस सभा को सराहा और कहा की ऐसी प्रतियोगिता यहां पर पहली बार की गयी जिसमें सभी बच्चों की प्रतिभा निखर कर लोगों के सामने आयी और बच्चों का आत्म-विश्वास बढ़ा। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी प्रतियोगिता हर साल और इससे और भी बड़े स्तर पर आयोजित करेंगे।
सभा के अंत में लोक राज संगठन के सर्व हिन्द परिषद के सदस्य ने इस जन सभा को संबोधित किया और सभी नौजवान आयोजकों को धन्यवाद दिया कि अच्छे तरह से जन सभा और प्रतियोगिता को आयोजित किया। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि देश में बहुत बच्चे हैं जो होनहार बन सकते हैं लेकिन राज्य उनको मौका नहीं देता है, और हमारे देश के नेता जो बड़े-बड़े पूंजीपतियों के हित के लिये काम करते हैं। संगम विहार जैसी कालोनी हिन्दोस्तान में जगह-जगह पर है जहां पर कोई भी मूलभूत सुविधा नहीं हैं। लेकिन जब चुनाव आ जाते हैं तभी नेताओं को इनकी समस्यायें दिखाई देती हैं। वे इस तरह दिखाते हैं कि जैसे लोगों की समस्याओं से वे बहुत ही दुखी हैं और उस पर वे घड़ीयाली आंसू बहाते हैं।
अंत में उन्होंने बताया कि समाज में समस्याओं का अंत तभी हो सकता है जब सत्ता लोगों के हाथों में होगी। इसके लिये सभी लोगों को अपने एरिया में लोक राज समिति का निर्माण करना होगा और अपने प्रतिनिधि को उस समिति के प्रति जवाब देह बनाना होगा, इसी प्रकार से सत्ता लोगों के हाथों में आ सकती है।