लोक राज संगठन के तहसील सचिव गणेश सैनी ने बताया कि 9 अगस्त 2012 से लोक राज संगठन जिला कमेटी हनुमानगढ़ ने जिला मुख्यालय से सदस्यता अभियान शुरू करके रावतसर, चाचाण, कटला, नोहर, भुकरका, नथवानियां, लल्लाना, ढिलकी, बरवाली, परलिका, उज्जलवास, रामसरा और जसाना में मेम्बरशीप अभियान 13 अगस्त 2012 को संपन्न किया। अभियान के दौरान बीसों(20) मिटिंगे की गई। मीटिंग से उत्साहित होकर नौजवानों और किसानों ने जबाव सवाल किये। इसके साथ साथ लोक राज संगठन की लाईन को सराहा और कहा कि ”लोगों की राजनीति” का अब वक्त आ गया है।
मिटिंगों को संबोधित करते हुये दिल्ली से आये सर्व हिन्द परिषद के का. सन्तोष कुमार, लोकेश कुमार ने लोक राज संगठन का इतिहास बताया कि 1993 में जब बाबरी मजिस्द विध्ंवस हुआ ऐसे हालत में लोक राज संगठन का गठन हुआ था। और यह भी बताया कि अगर हिन्दोस्तान के लोगों को सुख-सुरक्षा, नौजवान को शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा और बेरोजगार को रोजगार चाहिये तो लोगों को राज्य सत्ता अपने हाथों में लेनी होगी। और उन्होंने आह्वान किया कि सभी गांवों में लोक राज समितियों का निर्माण करें जो लोगों को सत्ता में लाने के लिये एक तंत्र होगा। जिससे लोग अपने उम्मीदवार खुद चुन सकते हैं, उम्मीदवार के काम न करने पर उनको वापस भी बुला सकते हैं।
लोक राज संगठन के सर्व हिन्द के उपाध्यक्ष का. हनुमान प्रसाद शर्मा ने बताया कि जिस प्रकार से हमारे देश में अंग्रेज हिन्दोस्तानी जनता में फूट डालकर राज करते थे, ठीक उसी तरह आज की राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस, भाजपा, कम्युनिस्ट लोगों को अपने फायदे के लिये पार्टियों के नाम पर लोगों में फूट डालकर राज कर रहे हैं, जबकि सभी मजदूर, किसान, महिला, नौजवान और छात्र की समस्याएं एक है। का. शर्मा ने कहा कि पार्टीवादी राजनीति को खत्म करके लोक राज की राजनीतिक को आगे लाना होगा, जिसमें लोग खुद संप्रभु होंगे। फैसला लेने के अधिकार व कानून बनाने के अधिकार लोगों के हाथों में होगा।
का. कामरेड अशोक ने बताया कि आने वाले समय में हम इन सभी गांवों में लोक राज समितियों का निर्माण करेंगे। का. ओम सांगर ने कहा कि हम सभी मिलकर नौजवानों को आगे लाने पर बल देंगे। लोक राज संगठन ने नौजवानों को एक नयी दिशा दी है।
तहसील अध्यक्ष मोहर सिंह बेरड़ ने मिटिंग को संबोधित करते हुये कहा कि 65 साल की आजादी में आज भी हमारे गांव सड़कों से वंचित है। लोगों को आने-जाने में परेसानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिये एक मात्र रास्ता यही है कि हम अपने गांव में लोक राज समितियों का निर्माण करें और हमारे गांव में किस प्रकार का विकास होगा उसका फैसला लोक राज समितियां करें।
का. ओम सहू ने 11 अगस्त, 2012 को अपनी पंचायत में और राजस्थान सरपंच यूनियन प्रदेश महासचिव होने के नाते उन्होंने लोक राज संगठन की सदस्यता अभियान पर खुशी जाहिर किया और कहा कि इस पूंजीवादी व्यवस्था में लोगों कोई अधिकार नहीं है। अगर लोगों को अधिकार देना है तो हर गांव में लोक राज समितियों का निर्माण करना होगा।
13 अगस्त, 2012 को तहसील कमेटी की मीटिंग में समस्त अभियान की समीक्षा की गई जिसमें सर्वसम्मति से अभियान की सफलता पर खुशी जाहिर की। प्रवेक्षक के रूप राष्ट्रीय सर्व हिन्द परिषद के सदस्य का. सन्तोष और का. लोकेश ने सभी कार्यकर्ताओं को इस सफलता की बधाई दी। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का. हनुमान प्रसाद शर्मा ने कार्यक्रर्ता का हौसला बढ़ाते हुये सभी नौजवानों को आह्वान किया की आने वाले समय में लोगों की समस्याओं को लेकर एक महाजनसभा का आयोजन किया जायेगा।