15 जुलाई, 2012 को पूर्वी दिल्ली के पटपड़ गंज स्थित शशी गार्डन में हिन्द नौजवान एकता सभा और लोक राज संगठन की ओर से ‘प्रतिभा विकास प्रतियोगिता’ तथा पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर, हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के दिल्ली सचिव, लोक राज संगठन के दिल्ली सचिव तथा हिन्द नौजवान एकता सभा के दिल्ली सचिव भी मौजूद थे।
इस समारोह में संगठन सदस्यों, समर्थकों, प्रतियोगिता में शामिल छात्र-छात्राओं के माता-पिता तथा स्थानीय निवासियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
विदित है कि इस कार्यक्रम की तैयारी में संगठन के नौजवान सदस्यों ने पूरे एक महीने तक अथक मेहनत की। प्रतियोगी और आर्थिक योगदान जुटाया। कार्यक्रम के संचालन और प्रबंधकीय भार पूरे उत्साह के साथ संपन्न किया।
कार्यक्रम के सुबह के सत्र में, चित्रकला और लेखन प्रतियोगिता हुई। लेखन प्रतियोगिता का विषय था – शहीद भगत सिंह और उनके विचार। इसमें पटपड़गंज और शशी गार्डन के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। जो अलग-अलग स्कूलों और कालेजों में पढ़ने वाले हैं।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई। वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय था कि ‘क्या वर्तमान लोकतंत्र में लोगों के हाथ में राजनीतिक सत्ता है?’ इसका समन्वय करने की जिम्मेदारी एक नौजवान साथी निलांबर को दी गई थी। तीन सदस्यों का निर्णायकमंडल बनाया गया था।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग लेने वाले नौजवानों ने अपने रोज-मर्रा के जीवन और राजनीतिक व्यवस्था के अनुभव से बताया कि वर्तमान लोकतंत्र लोगों को सशक्त नहीं बनाता है। उनके मत से स्पष्ट निकलकर आया कि वोट से वर्तमान व्यवस्था को मजबूती मिलती है, लोगों को नहीं। सत्तासीन नेता और अफसर लोगों की मेहनत की कमाई को लूट लेते हैं। भ्रष्टाचारियों को सजा नहीं, बल्कि राजनीतिक सत्ता मिलती है। इस वर्तमान लोकतंत्र के नवीकरण से ही लोगों के पास राजनीतिक सत्ता आ सकती है।
इसके पश्चात, आमंत्रित हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के दिल्ली सचिव ने अपनी बात रखी और नौजवानों का हौसला बढ़ाया।
हिन्द नौजवान एकता सभा के सचिव ने कहा कि इस व्यवस्था में नौजवानों को एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिये संघर्ष करना होगा। आज नौजवानों को अपनी राजनीतिक चेतना को बढ़ाना होगा ताकि इस व्यवस्था को ठीक से समझकर इस व्यवस्था का पर्दाफाश करने की क्षमता आये। उन्होंने बताया कि वर्तमान शिक्षा में किस प्रकार निजीकरण किया जा रहा है और शिक्षा एक व्यवसाय का साधन बनती जा रही है, और यह पूंजीपतियों के मुनाफे का साधन बनती जा रही है।
एक नौजवान साथी ने शहीद भगत सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुये इस बात पर जोर दिया कि हम नौजवानों को शहीद भगत सिंह जैसे अमर शहीदों से सीख लेनी चाहिये। उनके रास्ते को अपनाना चाहिये, राजनीति के बारे में सचेत रहकर अपने अधिकरों के लिये लड़ना चाहिये।
पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता लोक राज संगठन के दिल्ली सचिव बिरजू नायक ने की। पुरस्कार वितरण का काम उनके हाथ से संपन्न हुआ।
नौजवानों ने ‘इंकलाब जिन्दाबाद!’, ‘संगठित हो, हुक्मरान बनो और समाज को बदल डालो!’ के नारे बुलंद किये और सभा का जोशपूर्ण वातावरण में समापन हुआ।