दक्षिण दिल्ली के ओखला औद्योगिक क्षेत्र में स्थित संजय कालोनी की लोक राज समिति का वार्षिक खुला अधिवेशन 19 फरवरी, 2012 को संपन्न हुआ। इस अधिवेशन का शीर्षक था – लोगों के हाथों में राज्य सत्ता के साधन बतौर लोक राज समितियों का विकास करें!
अधिवेशन स्थल में लोक राज समिति द्वारा किये गये संघर्ष की चित्र प्रस्तुती सज़ी हुई थी। जिसे सदस्य देखकर गर्व महसूस कर रहे थे। इसके अलावा, लोक राज समिति द्वारा बार-बार उठाये जाने वाले प्रेरक नारों के बैनरों को भी सजा़या गया था, जैसे ‘खाद्य पदार्थों और ज़रूरी वस्तुओं को उचित दाम पर सभी को उपलब्ध कराओ!’, ‘जनप्रतिनिधि को वापस बुलाने का अधिकार लोगों के हाथों में हो!’, ‘चुनावी प्रक्रिया पर पार्टियों की दादागिरी व नियंत्रण खत्म करें!’, ‘हम हैं इसके मालिक, हम हैं हिन्दोस्तान, मजदूर, किसान, औरत और जवान!’, ‘अपने घरों को उजाड़ने के खिलाफ़ एकजुट हों!, ‘विकास का रास्ता हम खुद तय करेंगे!’ ‘कानून प्रस्तावित करने का अधिकार लोगों के हाथों में हो!’ आदि।
लोक राज समिति ने अधिवेशन की तैयारी एक माह पहले से कर रही थी। इस तैयारी में अधिवेशन पर खर्च होने वाले धन से लेकर, वर्ष भर के काम की रिपोर्ट तैयार करने, सांस्कृतिक प्रस्तुती तैयार करने, सदस्य बनाने, कार्यकारणी सदस्य चुनने हेतु नामांकन एकत्रित करने और पोस्टर चिपकाने आदि का काम पूरे जोर-शोर से चलाया।
यह अधिवेशन शाम 5 बजे से लेकर रात्रि 9 बजे तक चला। इसमें निवासी सदस्यों के अलावा, आसपास की लोक राज समितियों के सदस्यों को पर्यवेक्षक बतौर आमंत्रित किया गया था।
अधिवेशन की शुरूआत, न्यू संजय कैंप की लोक राज समिति की तरफ से तैयार की गई क्रांतिकारी भोजपुरी लोक गीत, जिसे रामजीत व्यास की प्रस्तुती से हुई।
इस अधिवेशन की अध्यक्षता, लोक राज संगठन के सर्व हिंद परिषद के अध्यक्ष श्री एस. राघवन तथा दिल्ली परिषद के सचिव कामरेड बिरजू नायक ने की।
लोक राज समिति की ओर से स्वागत भाषण, श्री नागेश्वर राय ने दिया।
लोक राज समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार ने पूरे साल के दौरान संगठन के द्वारा किये गये काम पर रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि ‘मुझे यकीन नहीं था कि, हम अपनी रोजी-रोटी के लिए जी-तोड़ मेहनत करने के बाद, हम अपने अधिकारों के लिए संघर्ष के लिए समय निकाल पायेंगे। लेकिन हम कामयाब रहे। पूरे साल अपने अधिकारों – पानी, शौच व्यवस्था सहित अन्य बुनियादी अधिकारों के लिए हम सड़कों पर निकलें।’
रिपोर्ट पेश करने के बाद, इस पर समिति सदस्यों – आर.के. गौतम, मीरा देवी, विनोद कुमार, हरिओम, सचिन इत्यादि ने रिपोर्ट पर अपनी बात रखी। उसके बाद, अधिवेशन ने सर्वसम्मति से रिपोर्ट को पास किया।
इसके बाद, आने वाले सचिवालय का चुनाव किया गया। शिक्षा सचिव, खाद्य सचिव, जल सचिव, महिला सचिव, कानून सचिव, सांस्कृति सचिव, वित्त सचिव तथा ब्लाक सचिव हेतु प्रस्तावित नामांकित व्यक्तियों को मंच पर बुलाया गया। अधिवेशन में उपस्थित सदस्यों ने प्रस्तावित नामांकित व्यक्तियों पर अपना वोट देकर समर्थन किया।
सभा को संबोधित लोक राज संगठन के सर्व हिन्द अध्यक्ष एस. राघवन ने इस बात की सराहना की कि समिति जो काम कर रही है, वही सही मायने में सच्चा लोकतांत्रिक तरीका है। इससे ही लोगों को राजनीतिक फैसले लेने की ताकत मिलती है।
भोजपुरी लोक गायकों ने कई भोजपुरी लोक गीत सुनाकर भाव-विभोर कर दिया। बच्चों ने क्रांतिकारी गीत पर पद-नाट्य पेश किया। समिति अधिकारों का संघर्ष को और तेज करेगी – इस संकल्प के साथ सभा को समाप्त किया गया।