लोक राज संगठन के साथियों ने 25 अगस्त, 2011 को दक्षिण दिल्ली के ओखला औद्योगिक क्षेत्र में स्थित इंद्रा कैंप में भ्रष्टाचार के खिलाफ़ प्रस्तुति पेश की। इस सभा में कालोनी के लोगों तथा इस क्षेत्र में उपस्थित मजदूरों ने हिस्सा लिया और प्रस्तुति को धैर्य से सुना तथा चर्चा की।
लोक राज संगठन के साथी ने बताया कि भ्रष्टाचार का इतिहास 1948 से लेकर आज तक चलता आ रहा है। इसमें हिन्दोस्तान की सभी सत्ताधारी पार्टियां लिप्त हैं। चाहे जीप घोटाला, हवाला कांड, चारा घोटाला, तेलगी कांड, सत्यम घोटाला, 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला, काँमन वेल्थ खेल घोटाला आदि की लिस्ट पेश किया और साथ ही कहा कि अगर घोटालों को खत्म करना है तो हमें लोक राज लाना होगा। उसके लिये हर रिहायसी इलाके में लोक राज समितियों का निर्माण करना होगा। प्रतिनिधि को चुनने का अधिकार लोगों के हाथों में होना चाहिये और वापस बुलाने का अधिकार भी लोगों के हाथों में होना चाहिये। जहां तक विकास के काम का सवाल है वह भी वहां के निवासी समितियां तय करेंगी कि किस प्रकार का विकास लोगों को चाहिये। तभी भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सकता है।
लोग राज संगठन के दूसरे साथी ने समझाया कि अन्ना हजारे की टीम ने जो बिल संसद में पेश करने की मांग है, संसद में सभी पार्टियां वे चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष में उस बिल के खिलाफ़ हैं। क्यों कि इनमें से कोई भी राजनीतिक पार्टी चाहे वह कांग्रेस पार्टी हो या भाजपा हो, दोनों में से कोई भी लोगों के हाथ में राजनीतिक शक्ति देने के खिलाफ़ हैं। वे चाहते हैं कि लोगों को सिर्फ वोट देने तक ही सीमित रखा जाये। ये पार्टियां लोगों के प्रस्तावों को ठुकराते हुये यह साबित कर रही हैं कि लोगों को इस संसदीय व्यवस्था में कोई भी प्रस्ताव करने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिये।
नौजवानों के बीच प्रस्तुति
ओखला औद्योगिक क्षेत्र की संजय कालानी में रात 8 बजे से भ्रष्टाचार के खिलाफ़ प्रस्तुति का आयोजन किया गया। इसमें बहुत ही गर्मागर्म चर्चा के बाद नौजवानों ने अपने विचार प्रकट करते हुये कहा कि अगर हमें इसे मिटाना है तो लोगों को संगठित होकर, प्रतिनिधियों की जवाबदारी को तय करना होगा। लोगों को चुनाव के लिये प्रतिनिधियों का चयन अपनी समितियों में करना होगा। प्रतिनिधियों को मिलने वाले खर्च करने का अधिकार समितियों के पास लाना होगा।
उपस्थित सभी नौजवानों ने इस बात में अपनी सहमति जताई कि वर्तमान राजनीतिक प्रक्रिया लोगों को सत्ता से दूर रखने का काम करती है। इसलिये वे इस प्रक्रिया को बदलने के लिये एकजुट संघर्ष का हिस्सा बनकर संघर्ष को आगे ले जायेंगे।